Rahim Das ke Dohe in Hindi – रहीम दास जी के प्रसिद्द दोहे हिंदी अर्थ सहित -Rahim Das Quotes in Hindi

Rahim Das ke Dohe in Hindi – रहीम दास जी के प्रसिद्द दोहे हिंदी अर्थ सहित & रहीम दास के अनमोल विचार -Rahim Das Quotes in Hindi

Rahim Das ke dohe in Hindi

दुख में सुमिरन सब करे, सुख में करे न कोय।

जो सुख में सुमिरन करे, तो दुख काहे होय॥

रहिमन पानी राखिये, बिन पानी सब सून।

पानी गये न ऊबरे, मोती, मानुष, चून॥

Rahim Das ke dohe in hindi

 
बिगरी बात बनै नहीं, लाख करौ किन कोय । 
रहिमन फाटे दूध को, मथे न माखन होय॥
बिगरी बात बने नहीं, लाख करो किन कोय.
रहिमन फाटे दूध को, मथे न माखन होय.

दोहा : – तरुवर फल नहिं खात है, सरवर पियहि न पान। कहि रहीम पर काज हित, संपति सँचहि सुजान॥

हिंदी अर्थ – रहीम दास जी कहते हैं कि वृक्ष अपने फल स्वयं नहीं खाते हैं,
 और सरोवर भी अपना पानी स्वयं नहीं पीता है।
 इसी तरह अच्छे और सज्जन व्यक्ति वो हैं,  
 जो दूसरों के कार्य के लिए संपत्ति को संचित करते हैं।

Rahim ji ke dohe

दोहा : – आब गई आदर गया, नैनन गया सनेहि। ये तीनों तब ही गये, जबहि कहा कछु देहि॥

हिंदी अर्थ – इस दोहे में रहीम दास जी कहते हैं कि ज्यों ही कोई किसी से कुछ मांगता है त्यों ही आबरू, आदर और आंख से प्रेम चला जाता है।

दोहा : – रहिमन धागा प्रेम का, मत तोरो चटकाय । टूटे पे फिर ना जुरे, जुरे गाँठ परी जाय ।

हिंदी अर्थ : रहीम कहते हैं कि प्रेम का नाता नाज़ुक होता है. इसे झटका देकर तोड़ना उचित नहीं होता. यदि यह प्रेम का धागा एक बार टूट जाता है तो फिर इसे मिलाना कठिन होता है और यदि मिल भी जाए तो टूटे हुए धागों के बीच में गाँठ पड़ जाती है.

दोहा : – जैसी परे सो सहि रहे, कहि रहीम यह देह । धरती ही पर परत है, सीत घाम औ मेह। 

हिंदी अर्थ : रहीम कहते हैं कि जैसी इस देह पर पड़ती है – सहन करनी चाहिए, क्योंकि इस धरती पर ही सर्दी, गर्मी और वर्षा पड़ती है. अर्थात जैसे धरती शीत, धूप और वर्षा सहन करती है, उसी प्रकार शरीर को सुख-दुःख सहन करना चाहिए.

दोहा : – “रूठे सुजन मनाइए, जो रूठे सौ बार | रहिमन फिरि फिरि पोइए, टूटे मुक्ता हार |”

हिंदी  अर्थ : यदि आपका प्रिय सौ बार भी रूठे, तो भी रूठे हुए प्रिय को मनाना चाहिए,क्योंकि यदि मोतियों की माला टूट जाए तो उन मोतियों को बार बार धागे में पिरो लेना चाहिए |

Rahim Das ke Dohe in Hindi

दोहा – “दोनों रहिमन एक से, जों लों बोलत नाहिं |  जान परत हैं काक पिक, रितु बसंत के नाहिं |”

हिंदी  अर्थ : रहीम कहते हैं की कौआ और कोयल रंग में एक समान काले होते हैं. जब तक उनकी आवाज ना सुनायी दे तब तक उनकी पहचान नहीं होती लेकिन जब वसंत रुतु आता हैं तो कोयल की मधुर आवाज से दोनों में का अंतर स्पष्ट हो जाता हैं |

Rahim Das ke best dohe

दोहा : – खैर, खून, खांसी, खुसी, बैर, प्रीति, मदपान। रहिमन दाबे न दबै, जानत सकल जहान॥

हिंदी  अर्थ :  सात बातें ऐसी हैं जो किसी की लाख कोशिशों के बावजूद भी गुप्त नहीं रह सकती। ये सात बातें हैं खैर मतलब सेहत, खून यानि कत्ल, खांसी, खुशी, बैर यानी दुश्मनी, प्रीति यानी प्रेम और मदपान मतलब शराब का नशा। इन बातों को आप भले ही जाहिर ना करें, लेकिन ये जाहिर हो ही जाती हैं।

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उम्मीद है कि आपको यह सभी दोहे पसंद आये होंगे। समय समय पर हम और दोहे ऐड करते रहेंगे और इनके मीनिंग भी ऐड करेंगे।

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