What is Share Market In Hindi –  शेयर मार्केट क्या होता है – शेयर बाजार का सम्पूर्ण ज्ञान …

What is Share Market In Hindi –  शेयर मार्केट क्या होता है – शेयर बाजार का सम्पूर्ण ज्ञान …

Share Market In Hindi (शेयर बाजार)  के बारे में बताने से पहले मै आपको एक छोटा सा कहानी सुना कर बताना चाहता हूँ .

ये कहानी है Warren  Buffett का , जब वो 12-13 साल के थे तब उनके उम्र के लोग चाचा चौधरी , नागार्जुन, कॉमिक्स और कार्टून देखा करते थे लेकिन Warren  Buffett जी 13 साल के उम्र मे Company  के बैलेंस शीट (Ballance Sheet) पढ़ा करते थे , उस उम्र मे ही उन्होंने Share Market मे निवेश करना शुरू कर दिया था और उनकी कामयाबी इसी से लगाया जा सकता है कि आज वो दुनिया के सबसे अमीर के लिस्ट मे 4th नंबर पे आते है |

शेयर बाजार जितना सुनने मे अच्छा लगता है उतना आसान है नहीं, यदि आप सही से समझ गए तो आपको फायदा भी बहुत होगा और यदि नहीं समझ पाए तो राजा से रंक बनने मे समय नहीं लगता | जहा आज के समय मे FD  से 6-7% व्याज(Interest) मिलता है, DEBT Fund  मे 6% , सेविंग अकाउंट(Saving Account)  से 5% और Current Account  से कुछ भी नहीं मिलता लेकिंग (Mutual Fund) म्यूच्यूअल फण्ड और शेयर बाजार मे निवेश करने से 12-20% तक  रिटर्न (Return)  मिल जाता है

जब हम किसी भी कंपनी का शेयर डायरेक्ट या Indirect तरीके से ख़रीददते है तो उसको शेयर मार्किट कहते है

शेयर मार्केट मे निवेश कैसे करते है ?

शेयर बाजार मे हम दो तरह से निवेश कर सकते है

1- Indirect –(Mutual Fund) म्यूच्यूअल फण्ड के जरिये , म्यूच्यूअल फण्ड मे SIP या Lump sump के जरिये

2- Direct – किसी भी कंपनी का शेयर आप खरीद सकते है और उस कंपनी के आप शेयर होल्डर बन सकते है , यही दो तरीका है शेयर बाजार मे शेयर खरीदने का |

शेयर मार्केट काम कैसे करता है ?

Share Market मे शुरुआत करने से पहले आपको जानना होगा आखिर शेयर बाजार कैसे काम करता है किसी भी काम का शुरआत उस चीज़ का पूरा ज्ञान लेकर ही करना चाहिए ,  आप ऐसे समझ सकते है जैसे शेयर बाजार एक सब्ज़ी मंडी की तरह है जब आप सब्ज़ी लेने जाते है तो पूछते है प्याज़ कैसे है सब्ज़ी वाला बोलता है 30 RS  किलो तब आप बोलते हो 25Rs मे दे दो ,  फिर सब्ज़ी वाला बोलता है 30Rs से एक रुपया कम नहीं होगा , इस तरह Negotiation चलता है,  आखिर मे दोनों तय करते है न मेरा न तेरा 28 रूपए मे दे दो और सब्ज़ी वाला प्याज़ आपको 28 मे दे देता है ठीक उसी प्रकार शेयर बाजार है |

शेयर मार्केट Demand (डिमांड) और Supply पे Work(वर्क) करता है , यदि किसी चीज़ का बहुत ज्यादा डिमांड है तो रेट बढ़ जाता है और जब किसी चीज़ का डिमांड बहुत कम है तो रेट घट जाता है क्योकि सप्लाई बहुत ज्यादा हो गया होता है | शेयर मार्केट के अंदर भी ऐसा ही खेल होता है |

What is Share Market In Hindi

शेयर मार्किट में  कहाँ ट्रेडिंग करते है ?

जैसे हम सब्ज़ी को सब्ज़ी मंडी से ख़रीददते है ठीक उसी प्रकार शेयर मार्केट का भी अपना एक मंडी है उसको बोलते है Excahnge (एक्सचेंज) , शेयर मार्केट का 2 तरह का Excahnge (एक्सचेंज)  है पहला NSE  और   दूसरा BSE .  NSE का मतलब National Stock Exchange और BSE का मतलब Bombay Stock Exchange (बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज)

शेयर मार्किट मे निवेश कैसे करते है और प्रोसेस क्या है ?

शेयर मार्केट मे हम जब भी निवेश करते है सबसे पहले हम एक Demet Account (डीमेट अकाउंट) खोलवाते है , डीमेट अकाउंट दो तरीके से खोल सकते है , पहला तरीका है आप एक ब्रोकर के पास जाकर आप एक डीमेट अकाउंट खोलवा सकते है और दूसरा तरीका है आप किसी भी बैंक मे जाये और अपना डीमेट अकाउंट ओपन करा सकते है और आज कल तो आप खुद ऑनलाइन भी ओपन कर सकते है जो बहुत सारी डीमेट कंपनी सुविधा देते है सबसे बेस्ट डीमेट अकाउंट Zerodha (ज़ीरोधा) का है | यदि आपको खुद ऑनलाइन Zerodha (ज़ीरोधा) मे अकाउंट ओपन करना है तो मैं आपको निचे एक लिंक दे रहा हूँ आप क्लिक कर सकते है और Zerodha( ज़ीरोधा) का Apps ऑनलाइन डाउनलोड कर सकते है Play Store से |

Note – ZERODHA ACCOUNT खोलने के लिए इस LINK (लिंक) पे क्लिक करे 

Demet Account (डीमेट अकॉउंट) Document ( डॉक्यूमेंट)  लिस्ट ..

1- PAN CARD (पैन कार्ड)

2-Aadhar Card (आधार कार्ड)

3-Cancellation Cheque (कैंसिल चेक)

4- Income Proof (इनकम प्रूफ)

5- पासपोर्ट साइज फोटो

ये पढ़ना ना भूलें: Zerodha me account kaise khole

शेयर मार्केट मे गलतिया ?

शेयर मार्केट मे जो हम सबसे ज्यादा गलतिया करते है वो है शेयर बाजार का आधा – अधूरा ज्ञान  और दूसरा सबसे बड़ी गलती है किसी से TIP (टिप) लेना,  मेरा मानना है जो लोग भी टिप लेते है उनका नुकशान होना लगभग तय है क्योकि हम शेयर बाजार के Trend (ट्रेंड) को  Follow (फॉलो) नहीं कर रहे है हम टिप देने वाले को फॉलो कर रहे है और 90% लोग दूसरे को ही फॉलो करते है और ये टिप मिलता कैसे है इसका माध्यम क्या है वो आपको निचे दिए गए पॉइंट से समझ मे आ जायेगा |

न्यूज़ पेपर

टेलीविज़न

एडवाइजर

न्यूज़ चैनल

फ्रेंड्स

हम न्यूज़ चैनल और एडवाइजर को ट्रैक करते है न की शेयर बाजार के ट्रेंड को , हमे हमेशा शेयर मार्किट को ट्रैक करना है,  मार्केट मे क्या चल रहा है किसी भी कंपनी के Fundamental को चेक करना है , कंपनी के Long Term (लॉन्ग टर्म) ग्राफ और कंपनी के ऊपर कितना लोन का कर्जा है ये सब देखने के बाद ही हमे किसी भी कंपनी मे निवेश करना चाहिए , ऐसा करने से Risk (रिस्क) कम हो जाता है और Profit (प्रॉफिट) ज्यादा मिलता है |

शेयर मार्केट मे कहाँ निवेश करना चाहिए और क्या देख कर निवेश करना चाहिए ?

जो Beginner होते है उनको हमेशा Nifty -50 (निफ़्टी 50) मे ही नवेश करना चाहिए , अब निफ़्टी 50 होता क्या है , निफ़्टी 50 देश की सबसे टॉप 50 कंपनी होती है जिनका Fundamental सबसे ज्यादा स्ट्रांग होता है और इसमें निवेश सबसे सुरक्षित होता है , और हमेशा कंपनी का PE Ratio देख कर ही निवेश करना चाहिए

Note :Low Investment Business Ideas in (Hindi)

PE Ratio  क्या होता है ?

PE Ratio अक्सर 10 और 30 के बीच में ही लगभग रहता है , ऊपर निचे हो सकता है परन्तु अक्सर 10 और 30 के बीच में ही रहता है , आप ऐसे समझिये यदि किसी कंपनी के PE Ratio  10, 11, 12, 13, 14, 15  है तो निवेश करना अच्छा माना जाता है और यदि PE 25, 26, 27, 28, 29, 30  या इससे ऊपर है तो निवेश Risky (रिस्की)  माना जाता है , जो शेयर मार्किट के एक्सपर्ट बताते है |

PE Ratio  निकलने का फार्मूला-

PE Ratio  = कितना पैसा लगाऊंगा / कितना पैसा मिलेगा

शेयर मार्किट में किनकिन चीज़ो का ध्यान रखना चाहिए ?

किसी भी जगह निवेश करने से पहले हमे अच्छी तरह उस जगह को समझ लेना चाहिए, और ये तो शेयर मार्किट है जो उतार चढ़ाओ से भरा रहता है , यदि आप निवेश करना चाहते है तो शेयर मार्किट का बेसिक से बेसिक चीज़ो को समझ लेना चाहिए तभी निवेश करना चाहिए , मैं कुछ निचे पॉइंट दे रहा हूँ उसको ध्यान से समझ कर निवेश करे |

1-Support Level

Support Level उस  Price Level  को दर्शाता है जिसके निचे Asset की Price  को गिरना सबसे कम होता है , किसी भी asset का सपोर्ट लेवल Create (क्रिएट)  किया जाता है उस Buyer( खरीदार)  के द्वारा जो कि बाजार में एंटर कर रहे होते है , जब भी asset एक lower Price में चला जाता है |

ये Support Level/Line या तो फ्लैट होता है या UP and Down  भी हो सकता है प्राइस के हिसाब से .

2 -Resistance  Level

Resistance  Level  वो Level होता है जहाँ पे किसी भी कंपनी के Price Rise (प्राइस राइज) में रुकावट दिखाई पड़ता है इसका मुख्य कारण है बहुत सारे Seller अपने एसेट को उसी Price  level  पे बेचना चाहते है |

3- PE Ratio

4- Fundamental  किसी भी Company का

5- सबसे Important (इम्पोर्टेन्ट) बात टिप लेने में  कोई बुराई नहीं है उससे ज्ञान ही मिलता है लेकिन आप उस टिप पे अपना रिसर्च जरूर करे और देखे उसका Fundamental स्ट्रांग है कि नहीं Otherwise  आपके पैसे डूब भी सकते है |

Share Market Down  क्यों होते है ?

शेयर मार्किट Down (डाउन) क्यों हो सकते है इसके पीछे बहुत से कारण हो सकते है निचे दिए गए बातों से समझिये

1- जब कोई मार्किट में बहुत बड़ी विपदा आ जाये, जैसे इस समय Corona Virus (कोरोना वायरस) के कारण मार्किट बहुत ज्यादा गिर गया है और अब मार्किट कभी ऊपर तो  कभी निचे होता रहता है | ऐसे समय में लॉन्ग निवेश करना बहुत रिस्की हो जाता है | ऐसे समय में जब भी निवेश करे और जब भी प्रॉफिट हो थोड़ा बहुत निकालते  रहना चाहिए  |

2 – दूसरा जो कारण है मार्किट डाउन होने का वो है जब भी मार्किट में Recession आ जाये , जैसे 2008 में आया था तब भी मार्किट बहुत ज्यादा डाउन हो गया था ,

Stock Market Secret ?

1-  स्टॉक मार्किट जितना सुनने में अच्छा लगता है उतना आसान होता नहीं है | यदि हम स्टॉक मार्किट के ट्रेंड को फॉलो नहीं करेंगे तो हम अपना पूरा पैसा डुबो भी देंगे और यदि हम स्टॉक मार्किट में निवेश करते समय स्टॉक मार्किट के ट्रेंड और कंपनी के Fundamental को फॉलो करेंगे तो अच्छा खासा मुनाफा भी कमाएंगे |

2-आपको हमेशा एक अच्छे Strategy  के साथ निवेश करना चाहिए यदि आप एक beginners है तो आपको Blue Cheap  कंपनी में ही निवेश करना चाहिए |

3- यदि आपको निवेश करने में बहुत मज़ा आ रहा है तो समझिये आप कहीं न कहीं बहुत बड़ी गलती कर रहे है |

4- स्टॉक मार्किट में निवेश करने से पहले किसी भी कंपनी के PE Ratio , Fundamental , Technical  Analysis , Support level  इत्यादि समझ लेना चाहिए तभी निवेश करना चाहिए

5- दूसरे के टिप से ज्यादा आपको अपने analysis पे ध्यान देना चाहिए , टिप आपको शार्ट टर्म में फायदा दिला सकता है, वो भी एक दो बार परन्तु अक्सर आपको नुकशान ही दिलाएगा |

6- कोरोना वायरस के खत्म होना के बाद निवेश हमेशा लॉन्ग टर्म के लिए ही होना चाहिए

7- सबसे जरुरी बात , जितना आसान स्टॉक को खरीदना होता है ठीक उसी प्रकार स्टॉक को सही समय पे  बेचना भी आना चाहिए Otherwise  आपको नुकशान भी हो सकता है |

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