dysentery treatment in hindi, Symptoms and Home Remedies in Hindi- पेचिश के कारण, लक्षण और घरेलू उपाय

Dysentery treatment in hindi : आज के इस आर्टिकल में हम आपके लिए लेकर आए हैं पेचिश के कारण, लक्षण और घरेलू उपाय – Dysentery Causes, Symptoms and Home Remedies in Hindi के बारे में जानकारी। पेचिश एक पेट से जुड़ी समस्या है जिसके बारे में हर इंसान को ठीक से जानकारी नहीं होती और इस वजह से उन्हें यह मालूम नहीं होता कि वह किन उपायों के माध्यम से इसका उपचार अपने घर पर ही कर सकते हैं। तो अगर आप भी इस समस्या से परेशान हैं तो हमारे आज के इस आर्टिकल को सारा पढ़ें क्योंकि हम स्मार्ट जिंदगी के इस पोस्ट में आपको पेचिश से संबंधित सभी महत्वपूर्ण बातों को बताएंगे और साथ ही साथ बताएंगे कि कोई भी व्यक्ति इस बीमारी से कुछ घरेलू उपाय अपनाकर कैसे राहत पा सकता है।

पेचिश क्या होती है (What is Dysentery in Hindi) / Dysentery Meaning in Hindi

अगर आपको यह मालूम नहीं है कि पेचिश किसे कहते हैं तो आपको जानकारी के लिए बता दें कि दस्त का जो गंभीर रूप होता है उसे ही पेचिश के नाम से जाना जाता है। लेकिन इसके होने का मुख्य कारण पैरासाइट इंफेक्शन और बैक्टीरिया होता है। यहां बता दें कि जो लोग इससे पीड़ित होते हैं उनका मल बिल्कुल पानी की तरह निकलता है जिसके साथ खून भी आता है। अगर टाइम पर इसका इलाज न किया जाए तो ये बहुत खतरनाक भी हो सकता है।

पेचिश के कितने प्रकार होते हैं (Dysentery Types in Hindi)

अगर बात की जाए कि पेचिश के कितने प्रकार होते हैं? तो यहां आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इस के दो प्रकार होते हैं जैसे कि –

  • बेसीलरी पेचिश – यह आमतौर पर शिगेला नाम के बैक्टीरिया की वजह से होता है। जब व्यक्ति दूषित पानी और खाद्य पदार्थों का सेवन करता है तो उनके जरिए से यह रोग होता है।
  • अमीबिक पेचिश – यह एटामोइबा हिस्टोलिटिका नाम के एक पैरासाइट के कारण से होता है। यह आमतौर पर ऐसी जगह पर फैलता है जहां पर सफाई की कमी होती है और जब लोग गंदा पानी और आहार का उपयोग करते हैं तो तब उन्हें अमीबिक पेचिश की समस्या हो जाती है।

पेचिश होने के कारण (Dysentery causes in Hindi)

आमतौर पर पेचिश बैक्टीरिया और पैरासाइट की वजह से होती है लेकिन इसके अलावा भी इसके कुछ अन्य कारण भी हो सकते हैं जिनकी जानकारी इस प्रकार से है –

  • दूषित पानी पीने से
  • दूषित आहार का उपयोग करने से
  • संक्रमित मल की वजह से
  • संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने पर

पेचिश के लक्षण क्या-क्या है (Dysentery symptoms in Hindi)

जिन लोगों को पेचिश की समस्या हो जाती है उनमें निम्नलिखित लक्षण देखे जा सकते हैं जिनकी जानकारी इस प्रकार से है –

  • पेट में तेज दर्द होना
  • दस्त के साथ-साथ बुखार होना
  • पानी के समान मल
  • मल के साथ खून का आना
  • बहुत अधिक ठंड महसूस होना

पेचिश के घरेलू उपाय क्या है  (Dysentery Home Remedies  in Hindi) /  dysentery treatment in hindi

अगर किसी व्यक्ति को पेचिश की बीमारी हो गई है तो घरेलू उपायों की सहायता से इस को काफी हद तक कंट्रोल किया जा सकता है। इसके लिए जो घरेलू नुस्खे बहुत अच्छे हैं उनके बारे में हम निम्नलिखित जानकारी दे रहे हैं –

पेचिश का घरेलू उपाय कच्चा पपीता

पेट से जुड़ी हुई बहुत सारी समस्याओं का इलाज करने के लिए पपीता काफी अच्छा माना जाता है। जानकारी के लिए बता दें कि पपीते में एंटीवायरल, एंटीबैक्टीरियल गुण के अलावा एंटीफंगल गुण भी बहुत अधिक मात्रा में पाए जाते हैं। इसलिए पपीता पेचिश से राहत दिलाने में काफी हेल्पफुल हो सकता है। इसके लिए आपको चाहिए कि आधा कच्चा पपीता लेकर उसे कद्दूकस करके 3 कप पानी में कम से कम 10 या 15 मिनट तक के लिए उबाल लें। फिर उसको छानकर गुनगुना होने के बाद पी लें और हर दिन कम से कम 2 बार इस उपाय को करें।

मेथी बीज से करें पेचिश का इलाज

मेथी बीज के अंदर एंटीमाइक्रोबॉयल मौजूद होते हैं जिसकी वजह से यह पेचिश की समस्या को काफी कम कर सकता है। तो इसके लिए एक गिलास छाछ में एक चम्मच मेथी बीज का पाउडर बनाकर उसको मिक्स कर लें और फिर इसका सेवन करें। इस घरेलू उपाय का हर दिन कम से कम 2 बार उपयोग करें।

छाछ पेचिश का घरेलू उपाय

छाछ पेचिश में फायदा पहुंचाने के लिए काफी लाभदायक होती है। इसके लिए आपको चाहिए कि एक गिलास ताजा छाछ का हर दिन इस्तेमाल करें। यहां आपको बता दें कि बटरमिल्क यानी छाछ का सेवन आपको पेचिश ठीक करने के लिए हर दिन दो या तीन गिलास पीना होगा। ‌

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पेचिश का इलाज नींबू

पेचिश में नींबू का इस्तेमाल करना भी काफी अधिक हेल्पफुल साबित हो सकता है क्योंकि नींबू के अंदर ऐसे तत्व मौजूद होते हैं जो बैक्टीरिया से बचाव करने में काफी मददगार होते हैं। इसके अंदर एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं जिसकी वजह से इस समस्या से छुटकारा दिलाने में काफी प्रभावी होता है। तो इसके लिए व्यक्ति को चाहिए कि एक गिलास हल्का गर्म पानी लेकर उसमें आधा नीबू निचोड़ लें और पी ले। हर दिन कम से कम 3 बार इसका सेवन किया जा सकता है।

ब्लैक टी है काफी गुणकारी

पेचिश में ब्लैक टी का इस्तेमाल करना काफी अधिक हेल्पफुल हो सकता है क्योंकि इसके अंदर एंटी ऑक्सीडेंट, एंटीसेप्टिक, एंटीबैक्टीरियल गुणों के साथ-साथ डिटॉक्सिफाइंग गुण भी मौजूद होते हैं जिसकी वजह से संक्रामक पेचिश को ठीक किया जा सकता है। तो पेचिश के इलाज के लिए हर दिन कम से कम 2 बार ब्लैक टी का सेवन जरूर करें।‌

बेल का फल है फायदेमंद

बेल का फल डायरिया और पेचिश दोनों में ही काफी अधिक फायदेमंद होता है तो इसलिए अगर किसी को पेचिश की समस्या हो तो उसे चाहिए कि वह इस फल का सेवन करें। पेचिश के उपाय के लिए एक गिलास पानी लेकर उसमें एक चम्मच बेल फल का गूदा अच्छी तरह से मिला लें और इसका सेवन करें। नियमित रूप से इसका इस्तेमाल करने से पेचिश की समस्या से छुटकारा हासिल किया जा सकता है।

पेचिश को ठीक करने के लिए कुछ जरूरी टिप्स (Tips for Dysentery in Hindi)

  • हर दिन भरपूर मात्रा में पानी पिएं और जितना हो सके पेय पदार्थों का उपयोग करें। इससे आपके शरीर में नमी बनी रहेगी जो कि पेचिश को ठीक करने के लिए बहुत जरूरी होता है।
  • पेट के संक्रमण को ठीक करने के लिए आप पुदीने की चाय या फिर नींबू पानी बनाकर उसमें पुदीना डालकर भी उपयोग कर सकते हैं।
  • सोंठ को गुनगुने पानी के साथ भी पेचिश के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है।
  • एक गिलास लेकर उसमें सोंठ या फिर जीरा मिक्स करके पिएं।
  • खाने में जायफल का इस्तेमाल करें।

पेचिश से कैसे बचाव किया जा सकता है (Prevention Tips For Dysentery in Hindi)

अगर आप यह चाहते हैं कि पेचिश जैसी समस्या आपको हो ही ना तो इसके लिए आपको कुछ चीजों का ध्यान रखना होगा जिनके बारे में हम निम्नलिखित जानकारी दे रहे हैं जैसे कि –

  • हमेशा साफ भोजन खाएं और साफ पानी पिएं।
  • जब भी भोजन करें तो अपने हाथों को अच्छी तरह से धो लें।
  • जहां आप रहते हैं वहां की जगह को पूरी तरह से साफ और स्वच्छ रखें।
  • जब भी आप बाहर से अपने घर आएं तो अपने हाथ पैर अच्छी तरह से धो लें।
  • ऐसी जगहों पर जानें से बचें जहां पर गंदगी हो।
  • जहां तक हो सके अपने खाने में फाइबर युक्त खाद्य पदार्थों का उपयोग करें।
  • अपनी हेल्थ को लेकर हमेशा सजग और जागरूक बने रहें।
  • कभी भी बासी खाने का उपयोग ना करें।
  • गंदा खाना खाने पीने से बचें।

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कंक्लुजन ( dysentery treatment in hindi)

दोस्तों यह था हमारा आज का आर्टिकल dysentery treatment in hindi, Symptoms and Home Remedies in Hindi- पेचिश के कारण, लक्षण और घरेलू उपाय  से जुड़ी हुई सारी महत्वपूर्ण जानकारी दे दी है जो कि आपके लिए काफी अधिक फायदेमंद रहीं होंगी। इसलिए अंत में हमारी आपसे यही रिक्वेस्ट है कि अगर आपको हमारा यह आर्टिकल (dysentery treatment in hindi) अच्छा लगा हो तो इसे दूसरों के साथ भी जरूर शेयर करें और यदि आपके मन में किसी भी तरह का कोई सवाल है तो आप हमसे कमेंट करके पूछ सकते हैं ।

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