Castor Oil in Hindi -कैस्टर ऑयल (Arandi ka tel) के फायदे उपयोग और नुकसान

Castor Oil in Hindi: आज के इस आर्टिकल में हम आपके लिए लेकर आए हैं Castor Oil in Hindi –कैस्टर ऑयल(कैस्टर ऑयल (Arandi ka tel) के फायदे उपयोग और नुकसान के बारे में जानकारी। वर्षों से लोग खुद को स्वस्थ रखने के लिए घरेलू तरीकों का इस्तेमाल करते हैं। अगर हम अपने देश भारत की बात करें तो यहां होममेड नुस्खों पर लोग आज भी बहुत ज्यादा भरोसा करते हैं। तो यहां जानकारी दे दें कि कैस्टर ऑयल को अनेकों प्रकार की बीमारियों को ठीक करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। पर अगर आपको इसके फायदों के बारे में जानकारी नहीं है तो हमारे आज के इस लेख को सारा पढ़ें और जानें Castor Oil in Hindi –कैस्टर ऑयल(Arandi ka tel) के फायदे उपयोग और नुकसान।

कैस्टर ऑयल (अरंडी के तेल) के बारे में कुछ महत्वपूर्ण बातें | Some Important Factor of (Castor Oil in Hindi)

तेल का नाम कैस्टर ऑयल (अरंडी का तेल)
वैज्ञानिक नाम रिसिनस कम्युनिस
अन्य नाम आमुदामु, रिरिरा टेला, इरांदेला, अवानक्केना, अमानक्कु एनी
पोषक तत्व रिसिनोलिक, लिनोलिक एसिड, ओलिक एसिड, स्टीयरिक एसिड और लिनोलेनिक फैटी एसिड

अरंडी का तेल(Arandi ka tel)क्या होता है (what is castor oil in Hindi)

यहां सबसे पहले आपको जानकारी दे दें कि कैस्टर ऑयल अरंडी के बीजों में से निकालकर इस्तेमाल किया जाता है। हिंदी में इसे अरंडी के तेल के नाम से जाना जाता है। इस तेल को साबुन बनाने में बहुत अधिक प्रयोग किया जाता है। साथ ही साथ यह तेल एक अच्छा घरेलू नुस्खा भी है जो कि पेट दर्द, कब्ज़, कमर दर्द, सिर दर्द जैसी बीमारियों को ठीक करने में उपयोग किया जाता है। यही बता दें कि इस ऑयल के फायदे बहुत सारे हैं और इसी वजह से यह लोगों के बीच में बहुत ज्यादा पॉपुलर है।

अरंडी के तेल में मौजूद पोषक तत्व (Castor oil Nutrition in Hindi)

 यूं तो कैस्टर ऑयल में बहुत सारे पोषक तत्व मौजूद होते हैं लेकिन इसके अंदर सबसे ज्यादा रिसिनोलिक एसिड होता है। इसके अलावा इसमें लिनोलिक एसिड, ओलिक एसिड, स्टीयरिक एसिड और लिनोलेनिक फैटी एसिड पाया जाता है।

अरंडी का तेल कितने प्रकार का होता है (Types of Castor Oil in Hindi)

अगर आपको यह जानकारी नहीं है कि अरंडी का तेल कितने तरह का होता है तो आपको यहां हम बता दें कि यह मुख्यतः तीन तरह का होता है इसकी जानकारी निम्नलिखित हम दे रहे हैं –

  • ऑर्गेनिक कोल्ड प्रेस्ड कैस्टर ऑयल (organic cold pressed castor oil)
  • जमैकन ब्लैक कैस्टर ऑयल (Jamaican black castor oil)
  • हाइड्रोजेनेटेड कैस्टर ऑयल (hydrogenated castor oil)

अरंडी के तेल के फायदे क्या क्या है (benefits of Castor oil in Hindi)

अगर बात की जाए कि कैस्टर ऑयल के कौन-कौन से फायदे हैं तो यकीन मानिए कि आप गिनते गिनते थक जाएंगे क्योंकि इस ऑयल के बहुत सारे लाभ हैं जिनमें से कुछ के बारे में हम आपको निम्नलिखित जानकारी दे रहे हैं –

कैस्टर ऑयल कब्ज़ के लिए

कब्ज़ एक ऐसी समस्या है जो बच्चे या बड़ो किसी को भी हो सकती है। इसकी वजह से व्यक्ति बहुत ही ज्यादा परेशान हो जाता है। परंतु अगर आप कैस्टर ऑयल का इस्तेमाल करें तो आप कब्ज से निजात पा सकते हैं। अरंडी के तेल के अंदर रिसिनोलिक एसिड पाया जाता है जो कि पेट की ऐंठन के साथ-साथ कब्ज और अन्य समस्याओं से भी छुटकारा दिलाने में सहायक होता है।

अरंडी का तेल गठिया के रोगी के लिए

जो लोग ओस्टियोआर्थराइटिस की समस्या से परेशान हैं उन्हें चाहिए कि वह अरंडी तेल वाली दवाइयों का सेवन करें। यहां आपको यह बता दें कि इस तेल के अंदर एंटी इन्फ्लेमेटरी गुण होते हैं जोकि गठिया जैसी बीमारी में काफी उपयोगी साबित हो सकते हैं।

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लेबर पेन को बढ़ाए

कैस्टर ऑयल गर्भवती महिलाएं प्रसव के दौरान अगर प्रयोग करें तो 24 घंटे के अंदर अंदर उन्हें लेबर पेन होने लगता है। लेकिन यहां इस बात का ध्यान रखें कि इसीलिए गर्भवती महिला को बिना डॉक्टर की सलाह के अरंडी का तेल प्रसव बढ़ाने के लिए ना दें क्योंकि यह खतरनाक भी हो सकता है।

एड़ी के दर्द को करे दूर

एड़ी का दर्द यानी कि हील स्पर एक ऐसी बीमारी है जिसके अंदर व्यक्ति के एड़ी की हड्डी का साइज बढ़ जाता है। इसकी वजह से पैर में दर्द के साथ-साथ सूजन भी हो सकती है। ऐसे में अरंडी का तेल इस दर्द से छुटकारा दिलाने में कारगर साबित हो सकता है।

बवासीर की बीमारी में करें अरंडी का तेल उपयोग

बवासीर यानी कि पाइल्स एक ऐसी समस्या है जो अगर किसी व्यक्ति को हो जाए तो उसे तकलीफ भी बहुत होती है और व्यक्ति शर्म के कारण किसी से कह भी नहीं पाता। इस प्रकार अगर आप इसका प्रयोग करेंगे तो आप बवासीर से छुटकारा पा सकते हैं।

कैंडिडा की समस्या को करे दूर

कैंडिडा एक प्रकार का फंगस होता है जो कि इंसान के शरीर में भी मौजूद होता है। बता दें कि जब कोई बीमार एंटीबायोटिक दवाइयों का सेवन कर रहा होता है तो ऐसे में फंगस की मात्रा में बढ़ोतरी हो जाती है। ऐसी स्थिति में कैस्टर ऑयल आपको कैंडिडा से छुटकारा दिला सकता है।

त्वचा से हटाए झुर्रियां

बढ़ती उम्र या फिर गलत खानपान की वजह से त्वचा के ऊपर झुर्रियां पड़ने लगती हैं। इसलिए जिन लोगों के चेहरे पर रिंकल्स आ जाती है वह उनसे बचाव करने के लिए‌ तरह-तरह के स्किन ट्रीटमेंट लेते हैं। पर आपको जानकारी दे दें कि कैस्टर ऑयल में फैटी एसिड पाया जाता है जो त्वचा के कॉलेजन और इलास्टिन को गहराई से पोषण देकर स्किन से झुर्रियों को हटाता है।

चेहरे के दाग धब्बे और मुहांसों को करे ठीक

अरंडी के तेल में ऐसे तत्व मौजूद होते हैं जो आपकी त्वचा से दाग धब्बे और मुहांसों को काफी हद तक ठीक कर सकते हैं। लेकिन यहां आपको बता दें कि जब भी आपको यह तेल आपके चेहरे पर लगाना हो तो इसे डायरेक्ट ना लगाएं बल्कि इसका इस्तेमाल कोकोनट ऑयल या फिर ऑलिव ऑयल में मिलाकर करें।

पलकों को बनाएं घना

जो लोग अपनी पलकों को घना बनाना चाहते हैं उन्हें चाहिए कि वह हर रात सोने से पहले अरंडी का तेल पलकों पर लगाएं। इस तरह से कुछ ही महीनों में आपकी पलकें घनी और खूबसूरत हो जाएंगी।

बालों का टूटना और झड़ना रोके

अगर आपके बाल बहुत ज्यादा टूट रहे हैं या फिर झड़ रहे हैं तो इसके लिए आप कैस्टर ऑयल का इस्तेमाल नियमित रूप से अपने बालों में करें। इसके लिए आप अपनी पसंद का कोई भी तेल लेकर उसमें दो चम्मच अरंडी का तेल मिक्स करके कम से कम सप्ताह में दो बार अपने बालों की जड़ों में लगाएं। इससे आपके बाल मजबूत होंगे और अगर आपके सिर में डैंड्रफ है तो वह भी दूर हो जाएगी।

अरंडी के तेल को कैसे उपयोग करें

  • इसका उपयोग जूस में मिक्स करके कर सकते हैं।
  • शरीर पर इसकी मालिश की जा सकती है।
  • बालों पर लगाने के अलावा पलकों पर भी लगाया जा सकता है।
  • चेहरे पर गुनगुना करके मालिश की जा सकती है।
  • जिन लोगों के डार्क सर्कल हैं वह भी इसको नारियल के तेल में मिक्स करके उन पर लगाएं।

अरंडी के तेल के नुकसान (Castor Oil Side Effects in Hindi)

वैसे तो कैस्टर ऑयल काफी लाभदायक होता है लेकिन इसके इस्तेमाल करने से आपको कुछ नुकसान भी हो सकते हैं जो कि इस तरह से हैं-

  • इसमें रिसिन नाम का एक जहरीला तत्व पाया जाता है जो अगर किसी के शरीर के अंदर चला जाए तो उसकी जान ले सकता है।
  • अगर इसकी मात्रा को बहुत ज्यादा ले लिया जाए तो इससे आपको उल्टी की शिकायत हो सकती है।
  • जो लोग कब्ज की समस्या से छुटकारा हासिल करने के लिए इस तेल का उपयोग करते हैं उन्हें इसकी कम मात्रा ही लेनी चाहिए क्योंकि इसमें जो लैक्सेटिव गुण होता है जो आपको दस्त की समस्या से पीड़ित कर सकता है।
  • गर्भवती महिलाओं को इस तेल का प्रयोग नहीं करना चाहिए क्योंकि इसकी वजह से उनका गर्भपात हो सकता है।
  • छोटे बच्चों के मुंह में या फिर उनके गुप्तांगों में इस तेल का प्रयोग ना करें।
  • जिन लोगों की त्वचा बहुत ज्यादा संवेदनशील है वह इस तेल का उपयोग करने से पहले पैच टेस्ट जरूर करें।
  • जिन लोगों को एलर्जी हो वह इसका सेवन ना करें।

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कंक्लुजन 

दोस्तों यह था हमारा आज का पोस्ट Castor Oil in Hindi -कैस्टर ऑयल (Arandi ka tel) के फायदे उपयोग और नुकसान के बारे में हिंदी में जानकारी। इस लेख में हमने आपको Castor Oil in Hindi से संबंधित सभी महत्वपूर्ण बातें बता दी है जो आपके लिए काफी ज्यादा उपयोगी रहेंगी। इसलिए अंत में हम आपसे यही कहेंगे कि अगर आपको हमारे द्वारा दी गई है जानकारी अच्छी लगी हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ भी जरूर शेयर करें जो Castor Oil in Hindi से संबंधित जानकारी ढूंढ रहे हैं। अगर आपके मन में किसी प्रकार का कोई प्रश्न है तो आप हमसे कमेंट करके पूछ सकते हैं।

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