Raksha Bandhan 2021 in Hindi: विधि और शुभ समय

Raksha Bandhan 2021 in hindi इस बार  22 अगस्त को है। रक्षाबंधन का संस्कृत में मतलब होता है “सुरक्षा, दायित्व या देखभाल का बंधन”

Raksha Bandhan (रक्षाबंधन) पर भाई-बहन के कुछ मजेदार किस्से

रिमोट दे मुझे मैच देखना है।नहीं दूँगी क्या कर लेगा। मम्मी देखो भैया मुझे मार रहा है। आज मम्मी को बता दूँगी तुमने स्कूल में जो मार पीट की। मज़ा आएगा जब पापा से मार पड़ेगी।“

भाई अपनी बहन से चाहे कितना भी लड़ ले लेकिन सबसे ज़्यादा प्यार भी भाई ही करता है। भाई बहन के इसी मीठी नोक झोक और तीखी लड़ाई झगड़े वाले अटूट रिश्ते को हम रक्षाबंधन के रूप में मनाते हैं।

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इस दिन बहन अपने भाई के कलाई(wrist) पर राखी बाँधती है और भाई अपनी बहन को ये वचन देता है की वह हमेशा उसकी रक्षा करेगा और बहन को गिफ्ट्स(Gifts) देता है।

Rakshabandhan

रक्षाबंधन(Rakshabandhan) क्यूँ मनाया जाता है?

रक्षाबन्धन बहुत सालो से मनाया जा रहा है इंडिया में। वैसे तो इसके पीछे बहुत सी कहानियाँ सुनने को मिलती हैं। पर सबसे ज़्यादा प्रसिद्ध और काफी हद्द तक सच कहानी है मेवाड़ की रानी कर्णावती और मुग़ल राजा हुमायूँ की। यह कहानी तब की है जब राजपूतों और मुस्लिमो में लड़ाई चल रही थी। राजा के मरने के बाद चित्तौड़ की रानी कर्णावती को ही अपने राज्य की रक्षा करनी थी। सुल्तान बहादुर शाह से राज्य की रक्षा करने के लिए जब रानी को कुछ समझ नहीं आया तो उन्होने राजा हुमायूँ को राखी भेजी और उनसे अपनी और राज्य की रक्षा करने का निवेदन किया। राजा हुमायूँ ने रानी की राखी पाकर रानी को अपनी बहन का दर्जा दिया और राज्य की रक्षा की। तब से यह पर्व हर वर्ष मनाया जाने लगा।

रक्षाबंधन की एक कहानी महाभारत में कृष्ण द्वारा द्रौपदी के चीर हरण के समय रक्षा करने को लेकर भी बताते हैं। एक पौराणिक कहानी विष्णु जी के वामन रूप से सबंधित भी है।

कैसे मनाएँ रक्षाबंधन( Raksha bandhan 2021 इन Hindi ): विधि और शुभ समय

रक्षाबंधन हर साल श्रावण मास की पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है। रक्षाबंधन मुख्यतः हिंदुओं का त्योहार है पर पूरे भारत में यह त्योहार मनाया जाता है।

इस साल 22 अगस्त को बहनें सुबह 9:28AM से लाकर रात्रि 21:14 बजे के बीच कभी भी राखी बांध सकती हैं। और अगर आप मेरी तरह हैं जिसे समय से कोई फर्क नहीं पड़ता तो बिंदास होकर किसी भी समय राखी बाँधिए बस मन को पवित्र रखिए तो सब समय अच्छा है।

रक्षाबंधन (Raksha Bandhan) शुभ  मुहूर्त  2021

रक्षाबंधन अनुष्ठान का समय-  सुबह  09:28 से रात्रि 21:14

अपराह्न मुहूर्त- 13:46 से 16:26

प्रदोष काल मुहूर्त- 19:06 से 21:14

पूर्णिमा तिथि आरंभ – 19:00 (21 अगस्त 2021)

पूर्णिमा तिथि समाप्त- 17:30 (22 अगस्त 2021)

21वी सदी में रक्षाबंधन त्यौहार का महत्व

आज जहां एक तरफ अपना देश इतना तरक्की कर चुका है और दिन पर दिन आगे बढ़ रहा है, देश की बेटियाँ भी बेटों के बराबर ही आगे बढ़ रहीं हैं। पर क्या भाइयों का कर्तव्य बस अपनी घर की बहनो के प्रति ही है? क्या बाकी देश की बेटियाँ और बहनो के प्रति उनकी कोई रेस्पॉन्सिबिलिटी(responsibility) नहीं बनती? देश में तरक्की के साथ साथ देश की महिलाओं के प्रति बढ़ रहा क्राइम(crime) मुझे यह सवाल करने को मजबूर कर रहा है। यह सवाल देश के हर भाई से है। रक्षाबंधन की शुरुवात ही किसी और की बेटी/बहन को अपनी बहन मानकर उसकी रक्षा करने से हुई थी। हुमायूँ ने मुस्लिम होकर भी राखी का असली मतलब बताया रानी की रक्षा कर के।अगर ऐसा विचार देश का हर भाई आज अपने मन में लाये तो ये सब क्राइम हो ही ना।

चलिये सब मिलकर इस बार रक्षाबंधन का वास्तविक महत्व समझते हुए आज के दिन मन में ये निश्चय कर लें की सभी भाई देश की बहनो की रक्षा करेंगे। स्मार्ट ज़िंदगी की तरफ से सभी को रक्षाबंधन की हार्दिक शुभकामनायें।

Being Smart Is Being Responsible towards your Action”

स्मार्ट होना आपके कार्य के प्रति जिम्मेदार होना है

Happy RakshaBandhan

 

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