What is PE Ratio in Hindi और P/E Ratio का झूठा खेल
किसी भी कंपनी का वैल्यू उसके PE Ratio से निकाला जा सकता है | PE Ratio में P का मतलब प्राइस (Price) और E का मतलब Earning और इन दोनों को जब डिवाइड(Divide) करते है तो उसको P/E Ratio कहते है | मान लीजिये आप जब भी कोई भी वस्तु खरीदते है तो उसके बारे में पता लगाते है की इसकी वैल्यू कम है की ज्यादा है तभी आप उसको लेने का सोचते है ऐसा आप लगभग हमेशा करते है , ठीक उसी प्रकार शेयर मार्किट में कोई भी सहरे खरीदने से पहले उस कंपनी का वैल्यू चेक करते है की उसका परफॉरमेंस और उसकी वैल्यू कितनी है तभी आप उसमे निवेश करते है|
आज मैं आपको PE Ratio कैसे निकालते है और इसका महत्व क्या है शेयर मार्किट में ये जानने की कोशिश करते है ताकि आपको शेयर मार्किट में ज्यादा से ज्यादा मुनाफा हो और रिस्क कम हो जाये|
PE Ratio किसी भी शेयर का वैल्यू यह पता लगाने के लिए निकाला जाता है की वह सस्ता है या महँगा है, PE Ratio अक्सर 10 और 30 के बीच में ही लगभग रहता है , ऊपर निचे हो सकता है परन्तु अक्सर 10 और 30 के बीच में ही रहता है , आप ऐसे समझिये यदि किसी कंपनी के PE Ratio 10, 11, 12, 13, 14, 15 है तो निवेश करना अच्छा माना जाता है और यदि PE 25, 26, 27, 28, 29, 30 या इससे ऊपर है तो निवेश Risky (रिस्की) माना जाता है , जो शेयर मार्किट के एक्सपर्ट बताते है इसे आसान भाषा में कहा जा सकता है की शेयर की कीमत और शेयर से आय का अनुपात कहा जा सकता है |
इसे आसान भाषा में कहा जा सकता है की शेयर की कीमत और शेयर से आय का अनुपात कहा जा सकता है |
किसी भी कंपनी के मुनाफे में उसके कुल शेयर की संख्या से भाग देने पर जो निकलता है उसे EPS कहते है और उसके बाद शेयर बाजार में शेयर की कीमत में EPS से भाग देने पर जो निकलता है उसे PE Ratio कहते है |
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उदहारण दे कर समझाता हूँ |
मान लीजिये किसी भी कंपनी के शेयर की कीमत 200RS है और उसका EPS 20RS है तो उसका PE Ratio 10 हुआ
PE Ratio= शेयर की कीमत / EPS =200/20 =10
इससे ये पता चलता है की आपको 1RS कमाने के लिए उस कंपनी में 10RS का निवेश करने होंगे |
यदि किसी कंपनी के PE Ratio बहुत ज्यादा है तो उसका अर्थ ये हो सकता है की निवेशक उस कंपनी में भबिष्य अच्छा देख रहे है या तो उस कंपनी का दाम अपने मूल्य से बहुत ज्यादा है |
और यदि PE Ratio किसी कंपनी का कम है तो इसका अर्थ ये हो सकता है की निवेशक भबिष्य में निवेश अच्छा नहीं समझ रहे है या तो उस कंपनी का शेयर अपने मूल्य से कुछ ज्यादा ही कम है |
P/E Ratio- Important Point
Low P/E :
शेयर का वैल्यू Current वैल्यू से कम है
ग्रोथ कम है या नेगेटिव ग्रोथ है
फ्यूचर में ये शेयर अच्छा परफोर्मे नहीं करेगी
High P/E :
शेयर की कीमत Current मार्किट से ज्यादा है
ग्रोथ अच्छा है
फ्यूचर में अच्छा परफॉर्म करेगा
P/E Ratio in hindi का झूठा खेल
P/E Ratio एक तरह का अपवाद भी है कई लोग इस पे Believe भी नहीं करते तो मेरा मानना है की अपने adviser से सलाह लेकर ही कोई भी शेयर मार्किट में निवेश करे |
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वैरी वैरी nice
Badiya tha sir