Short Desh Bhakti Poem in Hindi – देश-प्रेम/देश-भक्ति कविताएँ/गीत हिंदी कविता

Short Desh Bhakti Poem in Hindi – देश-प्रेम/देश-भक्ति कविताएँ/गीत हिंदी कविता

Desh Bhakti Kavita :- दोस्तों देश भक्ति की भावना हर देशवासी के दिल में होनी चाहिए , आज इस आर्टिकल के माध्यम से मैं आपके लिए कुछ बहुत ही प्रसिद्व कवियों के कुछ प्रमुख कविता अपने इस लेख के जरिये आपके लिए लेकर आया हूँ । जिसको आप लोग इस कविता को पढ़ कर आपको देशभक्ति की वो आनंद मिलेगा जो आप चाहते है ।

हर देश के निवासी को अपने देश के प्रति प्रेम की भावना होती है, ये सब कोई जानता है , लेकिन हमारे देश की बात कुछ और ही है , हमारे देश  के लोगों के बीच यह भावना कूट-कूट कर भरी होती है  और यह हमारे देश को और ज्यादा महान बनाता है।

Hindi Desh Bhakti Poem – झंडा ऊँचा रहे हमारा

विजयी विश्व तिरंगा प्यारा,
झंडा ऊँचा रहे हमारा।
सदा शक्ति बरसाने वाला,
प्रेम सुधा सरसाने वाला
वीरों को हरषाने वाला
मातृभूमि का तन-मन सारा,
झंडा ऊँचा रहे हमारा।

स्वतंत्रता के भीषण रण में,
लखकर जोश बढ़े क्षण-क्षण में,
काँपे शत्रु देखकर मन में,
मिट जावे भय संकट सारा,
झंडा ऊँचा रहे हमारा।

इस झंडे के नीचे निर्भय,
हो स्वराज जनता का निश्चय,
बोलो भारत माता की जय,
स्वतंत्रता ही ध्येय हमारा,
झंडा ऊँचा रहे हमारा।

आओ प्यारे वीरों आओ,
देश-जाति पर बलि-बलि जाओ,
एक साथ सब मिलकर गाओ,
प्यारा भारत देश हमारा,
झंडा ऊँचा रहे हमारा।

इसकी शान न जाने पावे,
चाहे जान भले ही जावे,
विश्व-विजय करके दिखलावे,
तब होवे प्रण-पूर्ण हमारा,
झंडा ऊँचा रहे हमारा।
– श्यामलाल गुप्त पार्षद

Short Desh Bhakti Poem in Hindi
Short Desh Bhakti Poem in Hindi


Most Popular Desh Bhakti Poem

सारे जहाँ से अच्छा
हिंदुस्तान हमारा
हम बुलबुलें हैं उसकी
वो गुलसिताँ हमारा।
परबत वो सबसे ऊँचा
हमसाया आसमाँ का
वो संतरी हमारा
वो पासबाँ हमारा।

गोदी में खेलती हैं
जिसकी हज़ारों नदियाँ
गुलशन है जिनके दम से
रश्क-ए-जिनाँ हमारा।

मज़हब नहीं सिखाता
आपस में बैर रखना
हिंदी हैं हम वतन है
हिंदुस्तान हमारा।

मुहम्मद इक़बाल

Hindi Desh Bhakti Poem

भारत गीत

जय जय प्यारा, जग से न्यारा,
शोभित सारा, देश हमारा,
जगत-मुकुट, जगदीश दुलारा
जग-सौभाग्य सुदेश!
जय जय प्यारा भारत देश।

प्यारा देश, जय देशेश,
जय अशेष, सदस्य विशेष,
जहाँ न संभव अध का लेश,
केवल पुण्य प्रवेश।
जय जय प्यारा भारत देश।

स्वर्गिक शीश-फूल पृथ्वी का,
प्रेम मूल, प्रिय लोकत्रयी का,
सुललित प्रकृति नटी का टीका
ज्यों निशि का राकेश।
जय जय प्यारा भारत देश।

जय जय शुभ्र हिमाचल शृंगा
कलरव-निरत कलोलिनी गंगा
भानु प्रताप-चमत्कृत अंगा,
तेज पुंज तपवेश।
जय जय प्यारा भारत देश।

जगमें कोटि-कोटि जुग जीवें,
जीवन-सुलभ अमी-रस पीवे,
सुखद वितान सुकृत का सीवे,
रहे स्वतंत्र हमेश
जय जय प्यारा भारत देश।

श्रीधर पाठक

Most Popular Desh Bhakti Poem

जय जन भारत

जय जन भारत जन- मन अभिमत

जन गणतंत्र विधाता
जय गणतंत्र विधाता

गौरव भाल हिमालय उज्जवल
हृदय हार गंगा जल
कटि विंध्याचल सिंधु चरण तल
महिमा शाश्वत गाता
जय जन भारत …

हरे खेत लहरें नद-निर्झर
जीवन शोभा उर्वर
विश्व कर्मरत कोटि बाहुकर
अगणित-पद-ध्रुव पथ पर
जय जन भारत …

प्रथम सभ्यता ज्ञाता
साम ध्वनित गुण गाता
जय नव मानवता निर्माता
सत्य अहिंसा दाता

जय हे- जय हे- जय हे
शांति अधिष्ठाता
जय -जन भारत…

सुमित्रानंदन पंत

 

Note- यदि आपको एक से बढ़ कर  एक स्पीच गणतंत्र दिवस का चाहिए तो निचे दिए गए लिंक पर क्लिक करे (Republic day hindi speech 2023 )-

Republic day hindi speech 2023 – 26 जनवरी गणतंत्र दिवस भाषण हिंदी में

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