Corn Flour in Hindi | कॉर्नफ्लोर क्या है और इसके क्या फायदे और नुकसान हैं 

कॉर्नफ्लोर या मक्के(Corn Flour in Hindi) का आटा क्या होता है | इसे कहाँ इस्तेमाल किया जाता है? और इसके क्या फायदे और नुक्सान हैं

कॉर्नफ्लोर अक्सर बहुत से व्यंजन बनाने में इस्तेमाल होता है । हम सभी ने कभी ना कभी तो इस्तेमाल किया ही होगा इसे । तो आखिर यह कॉर्नफ्लोर है क्या ? आईये इसे विस्तार में जानते और समझते हैं ।

Corn Flour in Hindi
Corn Starch

कॉर्नफ्लोर क्या है |  What is Corn Flour meaning in Hindi?

कॉर्न एक तरह का अनाज होता है। जिसे हिंदी में हम भुट्टा भी बोलते हैं । इसीसे तैयार किया जाता है कॉर्नफ्लोर और मक्के का आटा । लेकिन कॉर्नफ्लोर और मक्के के आटे में थोड़ा सा अंतर होता है।

कॉर्नमील फ्लौर या मक्के का आटा  वास्तव में मक्के के दानो को सुखाकर और फिर उसे पीसकर बनाया जाता है । इसमें ग्लूटेन होता है ।

वहीँ कॉर्नफ्लोर या कॉर्नस्टार्च मक्के का स्टार्च होता है। इसे मक्के के दानो को पीसकर बनाया जाते है। इसमें ग्लूटेन नहीं होता। इसमें से प्रोटीन और फाइबर नहीं होता। यह प्रोसेसिंग के समय ही निकल जाते हैं ।

दिखने में दोनों ही लगभग एक से लगते हैं । पर मक्के का आटा थोड़ा दरदरा और पीले रंग का होता है । जबकि कॉर्न स्टार्च बारीक व सफ़ेद होता है।

कोर्न्फ्लौर में पाए जाने वाले पोषक तत्त्व | Nutrient Value in Corn Flour

अगर हम 1/4 कप कॉर्नफ्लोर और मक्के के आटे की बात करें तो –

कॉर्नफ्लोर ( मक्केke आटे )  से हमे 110 कैलोरीज मिलेंगी – जिसमे 22 gm कार्ब्स, 3 gm प्रोटीन hoga

कॉर्नस्टार्च से हमे 120 कैलोरीज मिलेंगी – जिसमे 28 gm कार्ब्स  होगा

तो इससे हम यह समझते हैं की पोषक तत्त्व के मामले में कॉर्नफ्लोर या मक्के का आटा बेहतर है। इसमें कार्ब्स और प्रोटीन के अलावा भी बहुत से पौष्टिक तत्त्व हैं jaise:

  • मैग्नीशियम
  • पोटैशियम
  • आयरन
  • कैल्शियम
  • प्रोटीन
  • कार्बोहाइड्रेट्स
  • विटामिन b1
  • विटामिन b2
  • विटामिन b3
  • फॉस्फोरस
  • जिंक
  • फैट
  • फाइबर

Uses of Cornflour | कॉर्नफ्लोर के उपयोग :

कॉर्नफ्लोर का मुख्यतः इस्तेमाल खाने की सामग्री में ही होता है । पर इसके और भी कई सारे उपयोग होते hain:

  • १। खाने को गाढ़ा करने के लिए – जैसे सूप में
  • २। खाने में बॉन्डिंग एजेंट की तरह – जैसे पुडिंग व अन्य सामान रेसिपीज mei
  • ३। क्लीनिंग एजेंट की तरह – कॉर्नस्टार्च को अमोनिया और विनेगर के साथ मिलकर इसे शीशे की खिड़कियों या सामान चीज़ों को साफ़ करने में इस्तेमाल किया जाता है
  • ४। स्किन इर्रिटेशन को दूर करने के लिए – मच्चर के काटने या धुप से जलने पर इसे स्किन पर लगाने से काफी आराम मिलता है
  • ५। उबटन बनाने में – जी हाँ कॉर्नस्टार्च हमारे स्किन के लिए अच्छा होता है। तो इसे दूध में मिलकर इसका उबटन बनाकर इसे नहाने के इस्तेमाल में भी लाया जाता है।
  • ६। ग्रीस जैसे दाग़ छुड़ाने के लिए – आगे से कभी ज़िद्दी ग्रीस के दाग़ आपके कपडे पर लग जाएँ तो एक बार कॉर्न स्तरतक ज़रूर तरय करें । बस उस जगह फॉर कॉर्न स्टार्च दाल कर थोड़ी देर छोड़ दें फिर 10 या 15 मिनट बाद उसे छुड़ाएं
  • ७। चांदी के सामन या गहनों को साफ़ करने क लिए – चांदी को साफ़ करने के लिए कॉर्नफ्लोर या कॉर्नस्टार्च इस्तेमाल किया जाता है
  • ८। कॉर्नस्टार्च को एक एंटी-कैकिंग एजेंट के रूप में भी उपयोग किया जाता है. कटा हुआ पनीर को अक्सर कॉर्नस्टार्च के पतले से घोल के साथ लपेटा जाता है ताकि जब इसे सेंका जाए तो यह बिखरे नहीं. और इससे पनीर अच्छी तरह से और एक सा सिक जाता है.

Benefits of CornFlour in Hindi | कॉर्नफ्लोर के फायदे

कॉर्नफ्लोर के बहुत से बेनिफिट्स या फायदे तो आप ऊपर समझ ही गए होंगे ।  इसे बहुत तरीको से इस्तेमाल किया जा सकता है ।

  • – कोर्न्फ्लौर मैदे का एक अच्छा विकल्प है । और यह हमारे पेट को स्वस्थ रखने में भी मदद करता है ।
  • – यह कैंसर, दिल की परेशानियों और डायबेटीस को दूर रखने में मददकर है यदि है इसे मक्के के आटे के तौर पर लिया जाये
  • – मक्के के आटे मौजूद फाइबर हमे देर तक फुल रखता है । इसलिए जो लोग वजन काम करना चाहते हैं उनके लिए यह एक अच्छा विकल्प है
  • – कॉर्न में विटामिन स और एंटीऑक्सीडेंट्स भी पाए जाते हैं – यह हमारे स्किन के लिए बहुत अच्छे हैं
  • – इसमें पाए जाने वाले विभिन्न तरह के विटामिन्स, मिनरल्स वगैरह हमारी आँखों के लिए भी बहुत अच्छे होते हैं

Side Effects of Corn फ्लौर इन Hindi | कॉर्न फ्लौर के नुकसान

कॉर्न फ्लौर एक स्टार्च वाला अनाज है। मतलब आलू की ही तरह इसमें बहुत हाई मात्रा में स्टार्च यानी कार्बोहाइड्रेट्स होते हैं ।

इसलिए यह ब्लड शुगर के लेवल को बढ़ा सकते हैं । पर इसका मतलब यह नहीं की अगर आपको डायबिटीज है तो आप इसे ना लें । बल्कि नियंत्रित मात्रा में इसे आसानी से लिया जा सकता है और इसके फायदे उठाये जा सकते हैं ।

ज़्यादा मात्रा में कार्ब्स होने की वजह से भी यदि ज़रूर से ज़्यादा सेवन करें तो यह वजन बढ़ा भी सकता है । इसलिए यह ज़रूरी हो जाता है की इसे नियंत्रित तरीके से ही इस्तेमाल में लाया जाये ।

कुछ लोगों के लिए कॉर्न फ्लौर और कॉर्न स्टार्च एलर्जिक रिएक्शन भी कर सकता है । इसलिए इसे स्किन पर उसे करने से पहले एक पैच टेस्ट ज़रूर ही कर लेना चाहिए ।

अधिक मात्रा में स्टार्च होने की वजह से यह कुछ लोगों में गैस की परेशानी भी कर सकता है ।

कॉर्न में शुगर ज़्यादा मात्रा में होने की वजह से यह दांतो को भी नुकसान कर सकता है

 

निष्कर्ष : कॉर्न फ्लौर या मक्के का आटा कॉर्न स्टार्च से अलग है । और सेहत के लिए मक्के का आटे के बहुत से बेनिफिट्स हैं । इसके साथ ही कॉर्न स्टार्च के भी बहुत से उपयोग हैं। अगर नियंत्रित मात्रा में लिया जाए तो सेहत के लिए और खाने को स्वादिष्ट बनाने में कन्फ्लौर और कॉर्न स्टार्च को अच्छे से इस्तेमाल किया जा सकता है ।

निष्कर्ष : कॉर्न फ्लौर या मक्के का आटा कॉर्न स्टार्च से अलग है । और सेहत के लिए मक्के का आटे के बहुत से बेनिफिट्स हैं । इसके साथ ही कॉर्न स्टार्च के भी बहुत से उपयोग हैं। अगर नियंत्रित मात्रा में लिया जाए तो सेहत के लिए और खाने को स्वादिष्ट बनाने में कन्फ्लौर और कॉर्न स्टार्च को अच्छे से इस्तेमाल किया जा सकता है ।

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